PATNA:
वक्फ बोर्ड को लेकर गठित JPC, अलग-अलग पक्षों की राय लेने कल बिहार आ रहा है.इस बीच ख़बर है विपक्ष का कोई सदस्य इसमें शामिल नहीं होगा.विपक्ष ने पांच राज्यों में JPC की बैठक का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.विपक्षी सांसदों ने JPC की राज्य यात्राओं पर नाराजगी जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है.उनका कहना है कि उनकी शिकायतों के बावजूद JPC अध्यक्ष ने दौरा जारी रखा,जिसके कारण उन्होंने पांच राज्यों के दौरे का बहिष्कार किया.
डॉ.जावेद ने किया कड़ा विरोध
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले वक्फ संशोधन बिल पर बनी संयुक्त संसदीय समिति में घमासान मच गया है. JPC की रिपोर्ट जमा करने की आखिरी तारीख नज़दीक है, और इस बीच समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल का अकेला कर्नाटक दौरा विवाद की वजह बन गया है.वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बनी जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कर्नाटक में किसानों से मुलाकात की थी .दरअसल इन किसानों की जमीन पर वक्फ बोर्ड ने दावा किया था. जिसे लेकर कर्नाटक में राजनीतिक विवाद गहरा गया है.किशनगंज से कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद आज़ाद ने कहा है कि ‘पूरी जेपीसी टीम को कर्नाटक से चले जाना चाहिए.उन्हें किसने अधिकार दिया कि वे किसानों से मिलें? एक तरफा तरीके से राजनीतिक फैसले ले लेना ठीक नहीं है.जब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पहले ही कह चुकी है कि मामला निपट गया है और किसानों की जमीन उनके पास ही रहेगी फिर इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है.उनका कदम देश के संसदीय लोकतंत्र के हित में नहीं है.
9 नवम्बर से विपक्ष का बॉयकॉट
तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि संयुक्त संसदीय समिति के विपक्षी सदस्य 9 नवंबर से शुरू होने वाली बैठकों के अगले दौर का बहिष्कार करेंगे.वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी के सदस्य बनर्जी ने कहा कि जेपीसी के अध्यक्ष ने छह दिनों में गुवाहाटी, भुवनेश्वर, कोलकाता, पटना और लखनऊ में बैठकों का व्यस्त कार्यक्रम तय किया है, जिसमें रविवार को छुट्टी है.भविष्य की कार्रवाई का फैसला विपक्ष के सदस्य मिलकर करेंगे.संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के कामकाज को लेकर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है.विपक्षी सांसदों ने JPC की राज्य यात्राओं पर नाराजगी जताई है.विपक्षी सांसदों का कहना है कि उनकी शिकायतों का समाधान करने का आश्वासन देने के बावजूद JPC अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने राज्य का दौरा जारी रखा है.विपक्षी सांसदों ने पांच राज्यों के दौरे का बहिष्कार किया है.उनका कहना है कि पाल के नेतृत्व में हो रही बैठकों में कोरम पूरा नहीं है.