GAYA:
SERAJ ANWAR
गया शहर से सात किलोमीटर के फ़ासले पर है केसरू.बेलागंज विधानसभा के अंदर आता है.यहां मुसलमानों की पांच सौ आबादी है और वोटर्स हैं सोलह सौ.शेख़ और अंसारी दोनों की आबादी बराबर-बराबर है.मेलजोल गहरा है.फ़ॉरवर्ड-बैकवर्ड का कोई कल्पना नहीं.एक पंचायत है जहां सब मिल बैठ कर बड़े फैसले लेते हैं.कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष उमैर खान उर्फ़ टिक्का खान का ओजस्वी भाषण चल रहा है.रात के साढ़े सात बज रहे हैं.भीड़ जुटी हुई है.देश का मौजूदा मंजरनामा समझाया जा रहा है.सामने मस्जिद से ईशा के आज़ान गूंजती है.भाषण आज़ान तक रूक जाता है.टिक्का खान फिर शुरू होते हैं.नफ़रती घटनाओं का ज़िक्र करते हैं.इंडिया गठबंधन में धार्मिक आज़ादी का ज़िक्र करते हैं.भागलपुर में दो दिन पहले मस्जिद पर गेरुआ झंडा लहराने को प्रमुखता से बताया जाता है.अब दूर-दूर बैठे लोग क़रीब हो जाते हैं.गौर से भाषण सुनते हैं और अपनी मस्जिद की तरफ निगाह दौड़ाते हैं.उन्हें लगता है अभी वह महफ़ूज़ हैं.
उमैर खान कहते हैं बेलागंज 2025 विधानसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट है.यह हार गये तो 2025 हार जायेंगे और एक बार सत्ता उनकी(भाजपा)के हाथ में आयी तो न जाने क्या क्या बदल जायेगा,इसकी कोई गारंटी नहीं.वह संविधान बदलना चाहते हैं.वक़्फ बोर्ड का वजूद मिटाना चाहते हैं.मस्जिदों को निशाना बनाते हैं,क़ब्रिस्तान ख़तरे में पड़ जायेगा.लड़ाई विचारधारा की है.सीमांचल में शपथ लेकर सांसद वातावरण बिगाड़ने चले गये और नीतीश बाबू उसी सांसद को बग़ल में बैठा कर चाय की चुस्की लेते रहे.कहां गया सुशासन का इक़बाल?वह समझाते हैं विकास ज़रूरी है.मगर जहां नफ़रत होगी वहां विकास नहीं होगा.बड़ी लड़ाई के लिए छोटी-मोटी,नाली-गली को भूलना होगा.अब राजद प्रत्याशी डॉ.विश्वनाथ का नाम पेश किया जाता है.उमैर कहते हैं पढ़ा लिखा लड़का है सारे गिला-शिकवा भूल जायें.मात्र नौ महीना की बात है.आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता है तो बदल दीजिएगा .अभी एक मौक़ा दीजिए.लोग सिर हिला कर हामी भरते हैं.उमैर कहते हैं सुरेन्द्र यादव यादव हमारे बुजुर्ग हैं, आपस में लड़कर वोट बर्बाद न करें
राजद के एमएलसी क़ारी सुहेब अपने सम्बोधन में बीजेपी को सीधे निशाना बनाते हैं.कहते हैं कि देश में ज़हर बो दिया है.सिर्फ नफ़रत की बात हो रही है.सीमांचल को बांट कर कश्मीर बनाने की साज़िश रची जा रही है.गिरिराज सिंह अभी नफ़रत फैलाने वहां गये थे,कामयाब नहीं हुए जब तक राजद है.लालू-तेजस्वी हैं अल्पसंख्यक को कोई आंख नहीं दिखा सकता.क़ारी सुहेब यूपी के हालात बताते हैं.मोख़्तार अंसारी से लेकर अतीक़ -अशरफ़ की हत्या तक का ज़िक्र करते हैं और लोगों से पूछते हैं क्या बिहार को यूपी बनाना चाहते हैं.यूपी नहीं बने इसके लिए इंडिया गठबंधन समर्थित उम्मीदवार विशनाथ यादव को एकजुट हो कर वोट करें.मौक़ा दें,फिर मैं यहाँ आऊँगा और विश्वनाथ से काम करायेंगे.हम आप लोगों को छोड़ नहीं देंगे.ईशा की नमाज़ का वक़्त क़रीब होता जा रहा है,भाषण अब ख़ात्म होने को है .लोग मस्जिद की तरफ बढ़ रहे हैं और यह क़ाफ़िला अब नसीरपुर की तरफ़ बढ़ चला है.रातों रात फ़िजा को दुरुस्त किया जा रहा,फ़िजा अब बदलते जा रही है.यह सत्य है मुसलमान विकास के नाम पर वोट नहीं करता,भाजपा हराओ पर करता है.सुरेन्द्र यादव पैंतीस साल से इसी लिए बने हुए हैं.उमैर और क़ारी सुहेब मुसलमानों का नब्ज़ पकड़ कर चल रहे हैं,मौजूदा राजनीतिक परस्तिथि का यह एक सत्य भी है.मुसलमान सुकून और सुरक्षा पहले चाहता है और यह सिर्फ मुसलमान का मसअला नहीं है.हर अमन पसंद नागरिक यही चाहता है.बेलागंज का चुनाव इसी महवर पर चल रहा है.