Kolkata:(मंथन ब्यूरो)असद उद्दिन ओवैसी ने बंगाल में पार्टी का नया चेहरा चुन लिया है.विधानसभा चुनाव में उनके नाम पर ही एआईएमआईएम राजनीतिक दांव खेलेगी.नाम है पीरजादा अब्बास सिद्दीकी.इनका ताल्लुक़ फुरफुरा शरीफ से है.माना जाता है जिस दल को फुरफुरा शरीफ का समर्थन मिल गया, चुनाव में उसकी जीत तय है, क्योंकि बंगाल में इनके अनुयायियों की भारी तादाद है.2011 की जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल की आबादी में मुसलमानों की हिस्सेदारी 27 प्रतिशत है.मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर, बीरभूम, दक्षिण 24 परगना और कूचबिहार में मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं.फुरफुरा शरीफ बंगाल की राजनीति को प्रभावित करता रहा है.मुस्लिम मानस का नब्ज टटोलने कल रविवार की सुबह-सुबह ओवैसी हुगली पहुंच गये.हुगली जिले में उन्होंने बंगाली मुस्लिमों के धार्मिक स्थल फुरफुरा शरीफ के धर्मगुरु अब्बास सिद्दीकी से मुलाकात की और पीरजादा अब्बास सिद्दीकी को एआईएमआईएम का चेहरा बनाने का फैसला किया.

गौरतलब है कि फुरफुरा शरीफ धार्मिक नेता सिद्दीकी ममता सरकार के खिलाफ बयान देते रहते हैं. सिद्दीकी खुद का एक अल्पसंख्यक संगठन खड़ा करने में जुटे बताये जाते हैं.राज्य में अपना राजनीतिक आधार मजबूत करने के लिए पीरजादा अब्बास सिद्दीकी को एआईएमआईएम का चेहरा बनाने के ओवैसी के फैसला से विपक्षी दलों के माथे पर बल पड़ गए हैं.बिहार विधानसभा में मिली जीत से उत्साहित असदुद्दीन ओवैसी ने बंगाल,गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान जैसे प्रदेशों में भी अपनी पार्टी की राजनीतिक संभावनाओं की तलाश में निकल गए हैं.बंगाल चुनाव में उनकी सीधी इंट्री हो चुकी है.अब देखना शेष है कि पीरज़ादा सिद्दीकी पर खेला गया दांव कितना कारगर साबित होता है.