पटना(मंथन मीडिया)शपथ लेने के तुरंत बाद मंत्री पद से इस्तीफ़ा की यह दूसरी घटना है.मेवालाल चौधरी ने आख़िरकार शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दिया.2005 में इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था.मांझी पर डिग्री घोटाला का आरोप लगा था.बिहार में मंत्रिमंडल के गठन के कुछ ही घंटों बाद ही जीतन राम मांझी से इस्तीफ़ा ले लिया गया था.जीतन मांझी राबड़ी देवी सरकार में शिक्षा मंत्री थे तब उन पर ये आरोप लगे थे.
मेवालाल 72 घंटे भी मंत्री नहीं रह पाए और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.कल ही नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री को मुख्यमंत्री आवास तलब किया था और आज इस्तीफ़ा हो गया.मेवालाल ने आज ही अपना कार्यभार संभाला था.उनपर बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर का वीसी रहते नियुक्ति में घोटाले का आरोप है.इसके अलावा विपक्ष ने उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग भी की थी.मेवालाल चौधरी की पत्नी नीता चौधरी की 2019 में जलने से मौत हो गई थी.गुरुवार की सुबह ही मेवालाल ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया था.हालांकि इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.मुख्यमंत्री ने मेवालाल का इस्तीफा तत्काल राज्यपाल भी भेज दिया.राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर अशोक चौधरी को मेवालाल के विभाग का प्रभार दे दिया है.