मनीष
ARRAHभोजपुर में अवैध बालू खनन और उसके परिचालन करने वाले माफियाओं पर नकेल कसना शुरू हो गया है.पिछले दिनों भारी संख्या में पुलिस बल ने सोन नदी के तटवर्तीय इलाके में छापेमारी कर 80 से ज्यादा पोकलेन मशीन और वाहन को जप्त किया था.वही इस बार प्रशासन ने अवैध बालू के उत्खनन कर हजारों की संख्या में नाव के सहारे आए दिन हो रहे परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए कुछ ऐसी तरकीब निकाली है.जिसके बाद अब बालू के अवैध खनन और नाव के सहारे हो रहे परिचालन पर पूरी तरह से लगाम लग जाएगा.
जी हां भोजपुर डीएम राज कुमार और एसपी संजय कुमार सिंह के निर्देश पर कोईलवर स्थित सोन नदी के दोनों छोर के बीचों बीच 20 फिट लंबी लोहे की सैकड़ों मजबूत पाइप लगा बैरिकेडिंग की गई है जिससे अब किसी भी कीमत पर नाव से नदी के रास्ते अवैध बालू का परिचालन संभव नहीं हो सकेगा.बालू के अवैध परिचालन पर रोक लगाने के लिए किए जा रहे इस प्रयास का निरीक्षण आज खुद कोईलवर पहुंच कर भोजपुर डीएम राज कुमार और एसपी संजय कुमार सिंह के साथ भारी संख्या में आलाधिकारियों ने की.पदाधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंच लोहे की पाइप से की गई बैरिकेडिंग का जायजा लिया.
निरीक्षण के बाद भोजपुर डीएम और एसपी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि भोजपुर जिले में किसी भी कीमत पर बालू का अवैध खनन और उसका परिचालन अब नहीं होगा.इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से काफी सतर्कता बरती जा रही है.इसी को लेकर लोहे की पाइप से बैरिकेडिंग की गई है. इसके अलावा अवैध माइनिंग और परिचालन पर रोक लगाने के लिए सोन नदी में 4 हाईटेक वोट उतारे जाएंगे जिसके सहारे माइनिंग करने वाले लोगों पर पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी नजर रखेंगी.डीएम ने कहा कि हर साल बालू का अवैध खनन करनेवालों की वजह से सरकार को हजारों करोड़ के राजस्व का नुकसान होता है जिसको खत्म करने को लेकर उन्होंने बालू घाटों के बन्दोबस्तधारियों से बातचीत कर इस समस्या का हल निकालने के लिए नदी के बीचोबीच लोहे की बैरिकेडिंग कराई है.इसके अलावा उन्होंने नए कोईलवर पुल के निचले हिस्से में हाई मास्ट लाइट और CCTV लगाने की भी बात कही ताकि बालू के अवैध खनन को रोका जा सके.