बिहार विधानसभा में आज वह हुआ जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी.मुख्यमंत्री और स्पीकर सदन में आमने सामने हो गये.

पटना/कमला कान्त पांडेय

मुख्यमंत्री और स्पीकर सदन में आमने सामने हो गये.सदन में बार-बार लखीसराय के मामले को उठाए जाने पर मुख्यमंत्री सोमवार को स्पीकर पर भड़क गए.आपत्ति जताते हुए नीतीश ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि आप संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं.इस तरह से सदन नहीं चलेगा.बिहार विधान सभा के स्पीकर विजय सिन्हा ने खुद को लाचार बताया कहा क्षेत्र में लोग पूछते हैं इतने बड़े पद पर हैं फिर भी आपको सुनता नहीं कोई.मैं विधायकों का कस्टोडियन हूं.मैं जब भी क्षेत्र में जाता हूं तो लोग सवाल पूछते हैं कि थाना प्रभारी और डीएसपी की बात नहीं कह पा रहे हैं.आसन को हतोत्साहित करने की बात ना हो.सरकार गंभीरता से इस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है.आप लोगों ने ही मुझे विधानसभा अध्यक्ष बनाया है.

सीएम का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर!

सीएम का गुस्सा सातवें आसमान पर था.विजय कुमार सिन्हा को संविधान का पाठ पढ़ा दिया.सदन में सीएम नीतीश विधान सभा स्पीकर विजय सिन्हा पर भड़क गए.कहा कि संविधान के अनुरूप काम होगा.न हम किसी को फंसाते हैं और न बचाते हैं. आप इस तरह से हाऊस चलायेंगे?आप गलत कर रहे हैं. हम ऐसा नहीं चलने देंगे.इस तरह की चर्चा हाउस में नहीं की जाती है. सदन में स्पीकर विजय सिन्हा ने भी सीएम नीतीश को टोकना चाहा लेकिन सीएम बोलते ही रहे.

सदन में यह कल्पना किसी ने नहीं की होगी

बिहार विधानसभा के प्रश्नकाल में आज वह सब कुछ हुआ जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी. लखीसराय मसले पर सीएम नीतीश और विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा उलझ गए. पहले तो सीएम नीतीश ने स्पीकर विजय सिन्हा को जमकर खरी-खोटी सुनाया. लगे हाथ विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश को चेता दिया कि विधायिका का अपमान हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. विधायिका का अपमान होगा तो सदन में हम जवाब मांगेंगे.भाजपा विधायक ने सदन में कहा कि सरस्वती पूजा के दौरान जो घटना हुई उस मामले में भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. सदन में स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि यह मामला गंभीर है. ऐसे में इस मामले की पूरी जानकारी ले लें. तब तक इस प्रश्न को स्थगित की जाती है. आसन की तरफ से अब इस मसले पर 16 तारीख को जवाब देने का निर्देश दिया गया है.

दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग

दरअसल, लखीसराय में पचास दिनों में 9 लोगों की हत्या कर दी गई, यह सवाल सदन में उठा. विस अध्यक्ष विजय सिन्हा के क्षेत्र का सवाल भाजपा विधायक संजय सरावगी ने उठाया. भाजपा विधायक के सवाल पर सरकार ने स्वीकार किया कि 8 लोगों की हत्या हुई है. लेकिन तीन लोगों की ही हत्या अपराधियों द्वारा की गई है. सरकार के तरफ से प्रभारी गृह मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने सदन में बताया कि हमने स्वीकार किया है कि तीन की आपराधिक घटनाओं में हत्या हुई है. बाकी के अन्य वजहों से हुई है. भाजपा विधायक ने सरकार को घेरा और कहा कि पुलिस दोषियों को नहीं पकड़ रही है और निर्दोषों को पकड़ रही है. धन्यवाद प्रस्ताव में मंत्री ने कहा कि इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए. भाजपा विधायक ने कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

ये भी है एक मामला

दरअसल, लखीसराय में सरस्वती पूजा के दौरान कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार व्यक्ति स्पीकर का करीबी है। इसे लेकर स्पीकर ने पुलिस के प्रति नाराजगी जताई थी। किंतु अभी तक कार्रवाई नहीं की गई। मामला अभी विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के पास है.

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