मधुबनी/करीमुल्लाह

मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में पिछले कुछ दिनों पहले युवा पत्रकार सह आरटीआई एक्टिविस्ट बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा के पहले अपहरण फिर हुई निर्मम हत्या एवं इंसाफ मिलने में हो रही देरी से नाराज होकर मधुबनी जिला में संगठित एवं सक्रिय संस्था ऑल इंडिया रिपोर्टर्स असोसिएशन(आईरा) ने विभिन्न प्रखंड,अनुमंडल सहित जिला मुख्यालय पर विरोध दर्ज करते हुए आक्रोश मार्च एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया।मधुबनी जिला मुख्यालय में मो० करीमुल्लाह,बासोपट्टी में प्रवीण ठाकुर,जयनगर में मनीष सिंह यादव के नेतृत्व में कार्यक्रम किये गए।इस मौके पर वक्ताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि अब न्याय मिलने पर हो रही देरी से न्याय नही मिलने का आभास हो रहा है। इसलिए हम सभी पत्रकारों ने आईरा बैनर के तले न्याय के लिए लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है,और अगर वह ही सुरक्षित नहीं है, तो लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगें। हम जल्द से जल्द अविनाश के हत्यारों की गिरफ़्तारी के साथ स्पीडी ट्रायल चला कर सजा देने की मांग करते हैं। साथ ही इस मौके पर सुमित कुमार राउत ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून जल्द से जल्द लागू करने की सरकार से मांग करते हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

क्या है मामला :-

बेनीपट्टी में हुए पत्रकार सह आरटीआई एक्टिविस्ट बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश की मेडिकल माफियाओं द्वारा अपहरण बाद हत्या कर दी गई थी।दरअसल अविनाश के हत्या के बाद हुए कई प्रतिकार मार्च, धरना, विरोध-प्रदर्शन के बाद सभी संलिप्त अपराधियों, नामजदों की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। पुलिस ने प्रेसवार्ता कर बताया कि कुल छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन इतने दिनों के बाद भी परिजनों की मांगों पर अमल नहीं होने के कारण लोगों का आक्रोश उबल रहा है।आपको बता दें कि अविनाश के भाई त्रिलोक झा उतरी पहनकर हुजूम के साथ बेनीपट्टी थाना के गेट पर धरने पर बैठ गए थे, जिसके कारण थाने के सामने काफी भीड़ जुट गई थी और सड़कें जाम हो गयी थी।तब प्रशासन ने काफी समझा बुझा कर मान-मनोव्वल के बाद उस समय उनको धरना से उठाया गया, साथ ही जल्द ही करवाई का आश्वासन दिया गया। पर ताज तक नतीजा सिफर ही है।

क्या है पूरा प्रकरण :-

जानकारी के लिए बता दें 9 नवम्बर को अविनाश अपने घर के पास से रात के 10 बजे करीब से निकला था, जिसे अंतिम बार उसी रात 10.10 बजे करीब देखा गया था। इसके बाद से वह गायब रहा, 10 नवम्बर को अविनाश की गुमशुदगी की जानकारी थाने को दी गई। 11 नवम्बर को अविनाश के मंझले भाई चंद्रशेखर झा ने थाने को आवेदन देकर 11 क्लीनिकों पर नामजद मुकदमा किया। जिसके अगले दिन 12 तारीख की शाम बेनीपट्टी थाने से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर अविनाश का शव उड़ेन गांव में मिला। जिसके बाद उसी रात उसके शव का पोस्टमार्टम हुआ, 13 को उसका सिमरिया में अंतिम संस्कार हुआ।

किस बात पर है संदेह :-

अविनाश के गायब होने से 2 दिन पहले 7 नवम्बर को उसनें अपने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था, जिसमें करीब 8-9 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई होने वाली थी।

जिसमें उसनें कैप्शन दिया था.. खेला होबे… Game Starts 15.11.2021

इस बीच 9 नवम्बर को अविनाश का किडनैप हो गया, 12 को उसकी लाश मिली।15 तारीख को जिस संभावित खेला की बात उसनें बात की थीवह नजर आयाबीते 15 नवम्बर को अनन्या नर्सिंग होम अनुराग हेल्थ केयर पर बुद्धिनाथ झा के आवेदन के आलोक में कार्रवाई हुई है, और दोनों पर मधुबनी के सिविल सर्जन ने 50-50 हज़ार का जुर्माना लगाया गया है, अस्पताल बंद करने का आदेश जारी किया है।

क्या कर रही पुलिस :-

हत्याकांड के कुछ दिनों के बाद एक महिला समेत छह लोगों को बेनीपट्टी डीएसपी ने प्रेसवार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि इनकी संलिप्तता है अविनाश हत्याकांड में, इसलिए हमने इनको गिरफ्तार कर लिया है, जल्द ही उद्भेदन किया जाएगा।
जानकारी ले लिए बता दें कि अनुराग हेल्थ केयर की नर्स पूर्णकला देवी अविनाश के अपहरण व हत्या मामले में गिरफ्तार है। पुलिस बयान के अनुसार पूर्णकला ने ही अविनाश को 9 तारीख को कॉल करके कटैया रोड बुलाया था। साथ ही बता दें कि बुद्धिनाथ के भाई ने उक्त दोनों अस्पताल पर एफआईआर भी दर्ज किया था।

क्या कहते हैं परिजन :-

इसी बीच अविनाश हत्याकांड पर पुलिस की प्रेम-प्रसंग वाली कहानी से उसके परिजन काफी नाराज होते हुए मीडिया से कहा कि ये सब बेतुकी बातें है ये सब। प्रशासन को कुछ सूझ नही रहा है, तो ऐसे में चरित्र हनन पर लगी है, जो काफी अनुचित है।

इस बीच पुलिस की कार्रवाई व जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं। कथित तौर पर प्रेम प्रसंग में हत्या की बात सामने आने से मृतक अविनाश के स्वजन व उन्हें जानने वाले व्यथित व आक्रोशित हैं। पुलिस अभी तक प्रेम प्रसंग को लेकर कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई है। हालांकि, इस हत्याकांड में पुलिस ने अब तक छह लोगों की गिरफ्तारी की है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं कर सकी है इनकी अविनाश की हत्या में क्या भूमिका रही। लोगों का कहना है कि बेनीपट्टी में घटी घटना के बाबत बेनीपट्टी डीएसपी का मधुबनी मुख्यालय जाकर प्रेसवार्ता करना, हत्या के कारणों का स्पष्ट नहीं होना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है। बहरहाल, पुलिस की मौजूदा जांच से मृतक अविनाश के स्वजन संतुष्ट नहीं दिख रहे। स्वजनों का कहना है कि हत्याकांड को प्रेम प्रसंग का मामला बता कर पूरे मामले को डायवर्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। आरोप है कि ऐसा निश्चित रूप से अविनाश के हत्यारों को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए किया जा रहा है।


मृतक अविनाश के पिता दयानंद झा, बड़े भाई त्रिलोक कुमार झा, चन्द्रशेखर झा, माता विभा देवी ने बताया कि बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश बेनीपट्टी क्षेत्र में चल रहे फर्जी नर्सिंग होम के काले कारनामे के खिलाफ पत्राचार व लोक शिकायत निवारण कार्यालय में परिवाद दायर कर कार्रवाई के लिए लगातार प्रयासरत था। उसके प्रयास से दर्जनों फर्जी नर्सिंग होम की जांच भी हुई। नौ नवंबर की रात दस बजे अविनाश झा का अपहरण हुआ व चार दिन बाद उड़ेन गांव के निकट सड़क किनारे उसका जला हुआ शव बरामद हुआ। इस बीच थाने में एक दर्जन नर्सिंग होम के संचालक व कर्मियों पर शंका जाहिर करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस अब तक किसी नर्सिंग होम के संचालक या कर्मियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।


अविनाश हत्याकांड को पुलिस की ओर से कथित रूप से प्रेम प्रसंग का मामला बताए जाने पर कड़ा एतराज जताते हुए स्वजनों ने कहा की पुलिस की अब तक की जांच से हम संतुष्ट नहीं हैं। महिला के साथ प्रेम प्रसंग का मामला पूरी तरह गलत है। जबकि, अनुसंधान को गलत दिशा में मोड़कर असली हत्यारे को बचाने व मामले की लिपापोती का प्रयास किया जा रहा है।परिजनों ने बताया कि पुलिस अविनाश हत्याकांड में संलिप्त अपराधी को गिरफ्तार करें, ना कि हत्याकांड को प्रेम प्रसंग का मामला प्रचारित कर समाज में भ्रम फैलाए। अगर पुलिस के पास प्रेम-प्रसंग का साक्ष्य है तो प्रस्तुत करे।

इस श्रद्धांजलि सभा मे मो० करीमुल्लाह, उदय झा, बिदुभूषण ठाकुर, राजेश झा, राजीव कुमार झा, ब्रजेश चंद्र, दिनेश सिंह, प्रवीण ठाकुर, चंदन साह, मनीष सिंह यादव, संतोष शर्मा, सुमित कुमार राउत, शादाब अख्तर, नीतीश कुमार मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.