पटना(उमेश सिंह)राजधानी पटना के बेली रोड आशियाना मोड़ पर बसे महादलित मुसहर परिवारों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है।जी हां ये है गरीब गुरबा व महादलित जाति के लोग,जिन्हें राष्ट्रीय जनता दल के बड़े नेता व पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद ने अपने शासनकाल में बहुमंजिला मकान बनाकर बसाया था।आज इनके बने मकान की स्थिति तो जर्जर है ही इन लोगों की हालत भी नाजुक है.लॉक डाउन की वजह से इनकी रोजी-रोजगार तो छीन ही ही गया इनकी सुधि लेने सत्ताधारी हुक्मरान भी नहीं आते है.उनसे जब पूछा गया की क्या कोई खाना देने आता है तो मौजूद दो महिलाएं रेखा और कारी देवी ने बताया कि अब तक इन्हें कोई राशन-पानी नहीं देने आया है.
इनकी रहन-सहन को देखकर ऐसा लगता है कि नीतीश जी की रसोई से तो खाना इन्हें नहीं मिला है वहीं इन्हें बसाने वाले लालू रसोई के लोगों को भी इन पर नजर नहीं पड़ रही है ।वर्तमान केंद्र सरकार में भी गरीबी उन्मूलन पर ठोस कार्यवाही की बजाय राष्ट्रवाद, बुलेट रेन, धर्म और डिजिटल इंडिया की बीन बजने लगी और खुद को गरीब का बेटा कहने वाले भाजपा नेता लोग विदेशी यात्रायों पर बल देने लगे हैं।वही प्रवासी मजदूरों पर रोने वाले कथित समाजवादी नेता लोग इधर से प्रतिदिन गुजरते हैं जरा इन पर भी तो आंसू बहाकर सरकार की नींद खुलवाएं।