बिहारशरीफ/डॉ अरुण कुमार मयंक
कमर तोड़ महंगाई व किसान विरोधी तीनों काला कृषि कानून को रद्द करने की माँग को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के कार्यकर्ताओं ने आज पोस्टर, बैनर, तख्ती लेकर बिहारशरीफ हॉस्पिटल चौक पर विरोध प्रदर्शन किया तथा मांगों के समर्थन में नारेबाजी की.प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी को मांग पत्र दिया.इसमें सभी खेत मजदूरों व ग्रामीणों, गरीबों-वंचितों को प्रत्येक माह निशुल्क 10 किलो अनाज व 10 हजार रूपए भत्ता के रूप में देने तथा पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस एवं दवा की कीमतों को आधा करने की मांग की गई है.किसान नेताओं ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार देश में आई है तब से गरीब मजदूरों का जीना बद से बदतर हो गया है.
भाजपा के सरकार में ही महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हो रही है और स्थिति ऐसी भयावह हो गई है कि गरीब मजदूर , किसान के साथ-साथ आम लोगों का भी जीना मुश्किल हो गया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के सरकार में ही महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हो रही है और स्थिति ऐसी भयावह हो गई है कि गरीब मजदूर , किसान के साथ-साथ आम लोगों का भी जीना मुश्किल हो गया है.ऐसी स्थिति में सरकार की गरीब विरोधी नीतियों की सच्चाई को गांव एवं शहर में व्यापक लोगों के बीच ले जाना होगा और इस निकम्मी सरकार को सत्ता से बेदखल करना होगा.कार्यक्रम का संचालन किसान महासभा के जिला सचिव पाल बिहारी लाल ने किया.
खेत मजदूर यूनियन के जिला सचिव राजकिशोर प्रसाद, ठेला फुटपाथ वेंडर्स यूनियन के जिला सचिव रामदेव चौधरी, माले नेता सुनील कुमार, शिवशंकर प्रसाद, नसीरुद्दीन, असगर भारती, गांव बचाओ आंदोलन के नेता चन्द्रशेखर प्रसाद, महेंद्र प्रसाद, नरेश यादव, मनोज कुमार, राजद बुनकर प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जाहिद अंसारी आदि प्रदर्शन में शामिल थे.