*चरपोखरी बलात्कार कांड के खिलाफ माले, ऐपवा व जन संगठनों ने प्रतिवाद दिवस मनाया
बिहारशरीफ (डॉ अरुण कुमार मयंक)। बिहार के चरपोखरी नाबालिग छात्रा बलात्कार कांड के विरोध में नालन्दा जिला में भाकपा (माले), ऐपवा, आइसा, इंनौस व इंसाफ मंच के कार्यकर्ताओं ने आज संयुक्त रूप से प्रतिवाद दिवस मनाया. उक्त संगठनों ने बिहारशरीफ स्थित माले के जिला कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया.इस अवसर पर भाकपा (माले) के जिला कमेटी सदस्य मकसूदन शर्मा, इनौस के जिला सह सचिव रामदेव चौधरी तथा आइसा के जिला संयोजक जयंत आनंद ने कहा कि भोजपुर के चरपोखरी थाना के कथराई गाँव में विगत 25 अप्रैल को नाबालिग दलित छात्रा (लड़की) गाँव में ही अपनी माँ का कपड़ा सीलने के लिए दे कर लौट रही थी. इसी क्रम में अचानक गांव के ही गोलू पांडे, शिवशंकर, कृष्णा राय सहित चार लोगों ने पकड़ कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार की बर्बर घटना को अंजाम दिया. लॉक डाउन में सामंती – साम्प्रदायिक ताकतों का मनोबल काफी बढ़ गया है और पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से निरंकुश हो गए है.
इसी प्रकार नालन्दा के जुआफर गांव में ऐपवा की ओर से प्रतिवाद दिवस मनाया गया. इस मौके पर ऐपवा नेत्री गिरजा देवी, चिन्ता देवी, मंती देवी, लक्ष्मी देवी ने कहा कि केन्द्र सरकार का “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” नारा ढकोसला है. मोदी सरकार के कार्यकाल में नारी उत्पीड़न व यौन शोषण के मामले बहुत बढ़े हैं. उक्त नेत्रियों ने कहा कि सूबे की नीतीश सरकार के कार्यकाल में मुजफ्फरपुर यौन उत्पीड़न कांड के चलते बिहार शर्मसार हुआ है. उन्होंने कहा कि जन प्रतिरोध के जरिए ही सामाजिक विषमता, नारी शोषण व यौन उत्पीड़न को दूर किया जा सकता है. इसके लिए महिलाओं से आगे आने का आह्वान किया.इस प्रतिवाद के जरिये माँग करते हैं कि सभी बलात्कारियो की अविलम्ब गिरफ्तारी की जाए, मामले का स्पीडी ट्रायल हो , पीड़ित छात्रा व उनके परिजनों की सुरक्षा की गारंटी की जाए, बलात्कार और हिंसा पर रोक लगाई जाए, बेगूसराय के संतोष शर्मा और बिक्रम पोदार की हत्या की उच्चस्तरीय जाँच हो. इस मौके पर रामप्रीत केवट, जगदीश दास, मनोज यादव, लौंगी शर्मा, सुरेश केवट उपस्थित थे.