पटना/मंथन डेस्क


राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण ना सिर्फ आमजनों और युवाओं को पेट्रोलियम पदार्थों पेट्रोल और डीजल की निरंतर हो रही वृद्धि से सामना करना पड़ रहा है, बल्कि इसके कारण रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तुओं में भी महंगाई का असर देखने को मिल रहा है और मध्यम वर्ग काफी परेशानी में है.


उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस उज्वला योजना का ढिंढोरा पीटकर दावा किया था कि वह महिलाओं की आंखों में अब आंसू नहीं देख सकते हैं, लेकिन अफसोस इस बात का है कि हर दिन पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ाने के साथ-साथ आज रसोई गैस की कीमत में लगभग ₹25 की वृद्धि करके उन महिलाओं की आंखों में ना सिर्फ आंसू देने का काम किया है, बल्कि उनके रसोई के जायके को भी बिगाड़ने का काम किया है.


एजाज ने आगे कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री दावा करते हैं कि वह महिलाओं के सशक्तिकरण करने मे निरंतर योगदान दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर महिलाओं के रसोई में इस्तेमाल होने वाले गैस के दामों में ही बढ़ोतरी करके उनके साथ नाइंसाफी की है ,और आगे भी अक्टूबर तक 60% तक वृद्धि करने का जो एक्शन प्लान केंद्र सरकार ने तैयार किया है यह उसी की कड़ी है.और दिशा में आज से ही बढ़ना शुरू कर दिया है.साथ ही इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री का चुप्पी साधे रहना समझ से परे है.


एजाज ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल अविलंब महिलाओं आम जनों और युवाओं के हित में रसोई गैस के बढ़े हुए कीमत को वापस लेने और पेट्रोल तथा डीजल के दामों में हो रही वृद्धि पर रोक लगाने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में हो रही कमी पर ध्यान देते हुए अविलंब उत्पाद शुल्क समेत अन्य शुल्क के स्थान पर पेट्रोलियम पदार्थों को भी जीएसटी के अंतर्गत लाने की मांग की है जिससे आम जनों को बढ़ती महंगाई के सुरसा से निजात मिल सके अन्यथा राजद इसके खिलाफ जन जागरण अभियान चलाकर लोगों को केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ गोल बंद करने का कार्य करेगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published.