
SERAJ ANWAR
बिहार कांग्रेस कल यानी शनिवार को अपने नेता राहुल गांधी के स्वागत की तैयारी में जुटी है.प्रतिपक्ष के नेता पटना में पांच घंटा रहेंगे.उनका मुख्य कार्यक्रम बापू सभागार में है.दरअसल,राहुल गांधी इसी कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं.इसका आयोजन कांग्रेस ने नहीं किसी NGO ने किया है.बहुत हाथ-पैर मारने के बाद सदाक़त आश्रम में चंद मिनट के लिए पार्टी को समय दिया गया है.
हुआ यूं कि NGO ने उपर-उपर से ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ के नाम पर राहुल गांधी का समय ले लिया.बापू सभागार में 18 जनवरी को कार्यक्रम तय किया गया.बिहार कांग्रेस को इसकी भनक तक नहीं लगी.प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह से जब मीडिया वालों ने पूछा राहुल गांधी बिहार आ रहे हैं तो वह चौंक गये और कहा दिया ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है,क्योंकिआलाकमान की ओर से उन्हें कोई सूचना नहीं थी.

मीडिया द्वारा सूचना मिलने के बाद अखिलेश भागे-भागे दिल्ली पहुंचे.राहुल गांधी के पीए से मिलने में दो दिन टाईम लगा.ख़ूब मन्नत-समाजत की ,हमारी इज़्ज़त का क्या होगा?बिहार में ग़ैर-कांग्रेसी कार्यक्रम में राहुल गांधी शामिल होंगे तो लोग क्या कहेंगे?पार्टी कार्यालय नहीं जायेंगे,कार्यकर्ताओं से नहीं मिलेंगे तो बिहार कांग्रेस की तो नाक कट जायेगी.काफ़ी नाक रगड़ने के बाद बिहार कांग्रेस को सदाक़त आश्रम में अलग से कार्यक्रम करने का मुख़्तसर समय दिया गया.
राहुल गांधी पटना एयरपोर्ट से सीधे बापू सभागार में जाएंगे जहां वह पहले ग़ैर-कांग्रेसी कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम के बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम जाएंगे. वर्षों के बाद सदाकत आश्रम में रंग रोगन करवाया जा रहा है.अलग से एक भवन का निर्माण हुआ है,जिसका उद्घाटन भी कल है.इस भवन के निर्माण के लिए मोहम्मद मंज़ूर नाम के एक शख़्स ने आर्थिक सहयोग किया है.सदाक़त आश्रम की ज़मीन मौलाना मज़हरूल हक़ ने दी थी.बिहार कांग्रेस मुसलमान की मद्द से खड़ी है और पार्टी में मुसलमानों की कितनी अहमियत है यह तो मुस्लिम कांग्रेसी ही बतायेंगे?
(लेखक समय मंथन के ग्रूप एडिटर है)