PATNA:
झारखंड और बिहार की चार सीटों पर कल होने वाले मतदान के पूर्व मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की नीतीश को चेतावनी:अगर आपने मुश्किल वक्त(वक़्फ संशोधन बिल)में हमारा साथ ना दिया तो हम जाएंगे तो नहीं, लेकिन आपको ले जाएंगें.यह चेतावनी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना उमरैन महफूज रहमानी ने दिया है.अवसर था वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में युवा सेवा समिति की तरफ से आयोजित तहफ्फुजे औकाफ कॉन्फ्रेंस का. मौलाना उमरैन महफूज रहमानी के इस बयान पर बिहार में सियासी पारा चढ़ गया है.महफूज रहमानी ने साफ-साफ कहा सीएम नीतीश कुमार और साथ ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को भी चेतावनी दे डाली.
हमें हल्का समझने की भूल नहीं करें
उन्होंने कॉन्फ्रेंस में धमकी भरे लहजे में कहा कि ‘मुस्लिम वोटों की ताकत से ही दोनों नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं.अगर वे मुसलमानों की बातें नहीं सुनेंगे तो हमें हल्का समझने की भूल नहीं करें.अगर आपने मुश्किल वक्त में हमारा साथ ना दिया तो हम जाएंगे तो नहीं, लेकिन आपको ले जाएंगे.
आपको भी लेकर जाएंगे
मौलाना उमरैन महफूज रहमानी ने दोनों प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से कहा- ‘आप सरकार की सहयोगी दलों को भी बताएं कि वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ आपका किरदार(स्टैंड)क्या होना चाहिए? नीतीश कुमार हों या नायडू उनको मिल्लते इस्लामिया (मुसलमान)को बताना होगा कि अगर आप हमारे वोटों की वजह से सीएम की कुर्सी तक पहुंच सकते हैं तो आपने अगर मुश्किल वक्त में हमारा साथ नहीं दिया तो आपको भी लेकर जाएंगे.
जदयू प्रवक्ता ने क्या कहा?
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि ‘वक्फ संशोधन विधेयक संसद की संयुक्त संसदीय समिति के विचाराधीन है.चाहे जनता दल यूनाइटेड हो या जो भी सरकार की सहयोगी पार्टियां हैं, उनको संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष विचार देने का अधिकार है.देश में जब तक भीमराव अंबेडकर का बनाया हुआ संविधान है, तब तक कोई किसी की भावना को आहत करेगा यह सियासत का विषय हो सकता है, लेकिन देश के संविधानिक मूल्य के प्रति समर्पण है तो कोई किसी की भावना को आहत नहीं करेगा.
दोहरी राजनीति के साथ मत खड़े रहिए:राजद
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि ‘अगर सीएम नीतीश कुमार वक्फ संशोधन विधेयक को समर्थन करते हैं तो यह स्पष्ट करें.दोहरी राजनीति और दोहरी सोच के साथ मत खड़े रहिए.संसद के अंदर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह का विचार भाजपा के साथ होता है और बाहर में जदयू यह बयान दिलवाती है कि नीतीश कुमार इसके पक्ष में नहीं है.उसी तरह की राजनीति चंद्रबाबू नायडू के द्वारा भी की जा रही है.JPC के गठन के बाद इस मामले पर स्पष्ट बात सामने आनी चाहिए, लेकिन यह लोग मौन धारण किए हुए हैं.
जदयू से उम्मीद क्यों लगा कर बैठे हैं:प्रेमचंद मिश्रा
वहीं,कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने चुटकी ली है,उनका कहना है कि जदयू से उम्मीद क्यों लगा कर बैठे हैं कि वो बीजेपी के ख़िलाफ़ जायेगी.जदयू सत्ता के लिए ही बीजेपी के साथ है.इसलिए उसके हर क़दम में क़दम मिला कर चलेगी.मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का स्टैंड स्वागत योग्य है.जदयू को इस पर अपना स्टैंड क्लीयर करना चाहिए.